Trimbakeshwar, Nashik ,MH
Mon - Fri : 24×7

कालसर्प दोष रुद्राक्ष , कवच और निवारण यंत्र

कालसर्प दोष रुद्राक्ष , कवच और निवारण यंत्र

कालसर्प दोष रुद्राक्ष : कालसर्प दोष किसी भी मनुष्य की कुंडली में उत्पन्न ग्रहों की वह स्थिति है जिसके कारण मनुष्य जीवन में अनेकों परेशानियां आती हैं और जीवन में यह विशेष प्रभाव डालते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी कुंडली में सूर्य ,चंद्रमा, मंगल, शनि, बुध, शुक्र एवं बृहस्पति सभी प्रमुख ग्रह राहु – केतु के बीच आ जाते हैं तो यह कालसर्प योग उत्पन्न करता है और इससे उत्पन्न दोष के कारण ही यह मनुष्य के जीवन में कालसर्प दोष लाता है।कालसर्प दोष हेतु रुद्राक्ष का प्रयोग करके इन दोषों से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है कालसर्प दोष के अनेकों प्रभाव हैं सामान्यतः कुछ इस प्रकार से हैं :- विद्या अध्ययन में रुकावट होना या पढ़ाई में मन न लगना , पढ़ाई बीच में ही छूट जाना।किसी तरह की कोई आर्थिक, सामाजिक, और शारीरिक बाधा उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण में विद्या अध्ययन में व्यवधान उत्पन्न हो जाता है। संतान उत्पन्न ना होना ।यदि संतान उत्पन्न होती है तो उसके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता हैया संतान को विभिन्न प्रकार के विकार या बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं। विवाह में विलंब होता है यह भी एक कालसर्प दोष का लक्षण है।वैवाहिक जीवन में अनेकों परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं जिस कारण से वैवाहिक जीवन में तनाव उत्पन्न हो जाता है और तलाक तक की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कठिन परिश्रम करने के पश्चात भी मनवांक्षित फल प्राप्त नहीं होता है। बाल्यावस्था में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न हो जाती है , दुर्घटना होने लगती है , चोट लग जाती हैं बीमारियां होने लगती हैं यह भी कालसर्प दोष का एक लक्षण है। परिवार के लोग तथा सहयोगियो से धोखा मिलता है विशेष रूप से ऐसे व्यक्ति जिनका आप सदैव भला करते हो वहभी आपको धोखा देते हैं, आपके साथ छल करते हैं। कारोबार संबंधी समस्या उत्पन्न हो जाती है ।कारोबार फलीभूत नहीं होता है ,कारोबार में व्यवधान उत्पन्न होते हैं, सौदे टूटने लगते हैं तथा कारोबार में बहुत ज्यादा हानिहोतीहै। घर में, घर के सदस्यों का स्वास्थ्य सही नहीं रहता है अस्पतालों के चक्कर काटते काटते थक जाते हैं परंतु किसी भी बीमारी का पता नहीं चलता है।आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। घर में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यों के दौरान बाधा उत्पन्न होती है यास्थगित करने पड़ते हैं। कभी-कभी परिवार में जो मुखिया होता है उसे मानसिक रोगों या शारीरिक रोगों का सामना करना पड़ता है तथा उसे तरह-तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। परिवार धन-धान्य से संपन्न होने के पश्चात भी धन के लिए तरसना पड़ता है। पैतृक संपत्ति प्राप्त करने में दिक्कत आती हैं। घर में हमेशा कलह का माहौल बना रहता है और पारिवारिक सौहार्द में कमी बनी रहती है । घर के किसी भी सदस्य पर भूत प्रेत का साया या घर के सदस्यों में चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है। कालसर्प दोषजातक केमाता पिता के लिए कष्टकारी होता है।